पहेलियां
1. कांटेदार खाल के अंदर, एक मीठा सा रसगुल्ला, सभी प्रेम से खाते उसको, क्या पंडित क्या मुल्ला।
2. दो इंच का मनीराम, दो गज की पूंछ, जहां चले मनीराम वहां चले पूंछ ।
3. एक महल में चालीस चोर, सभी का मुंह काला, पूंछ पकड़ कर घिस डालो तो, हो जाए उजाला ।
4. बत्तीस ईंटों के दुर्ग के अंदर, छिपी बैठी एक महारानी, हंसकर बोले, दिलों को जीते, ऐंठे तो याद आए नानी।
5. तीतर के दो आगे तीतर, तीतर के दो पीछे तीतर, आगे तीतर पीछे भी तीतर, बोलो कितने तीतर ?
6. हमने देखा ऐसा बंदर, उछले जो पानी के अंदर । 7. पंख नहीं पर उड़ती हूं, हाथ नहीं पर लड़ती हूं ।
8. काली हूं मैं काली हूं, काले वन में ही रहती हूं, हूं खाती नहीं हूं दाना मैं, बस लाल पानी पीती हूं।
ANSWER
1. लीची 2. सुई धागा 3. माचिस 4. जीभ 5. तीन 6. मेढक 7. पतंग 8. जूं
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