आई.टी. सेक्टर में बनाएं अपना करिअर
आइए आई.टी. सेक्टर में अपना करिअर बनाने के सम्बन्ध में चर्चा करते हैं। आई.टी. की कुछ फील्ड्स में प्रफेशनल कोर्स, सर्टिफिकेट कोर्स या डिप्लोमा कोर्स करके करिअर में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
योग्यता - कक्षा 12 वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय होना आवश्यक है।
कोर्स- आई.टी. में करिअर बनाने हेतु इंजीनियरिंग के प्रमुख कोर्स हैं-इलेक्ट्रानिक एंड काम्युनिकेशन, कंप्यूटर साइंस और सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग। इंजीनियरिंग न कर पाने की स्थिति में बी.एस.सी.आई.टी. या बी.एस.सी. कंप्यूटर साइंस भी किया जा सकता है। 12 वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स विषय लेने पर आप कम्प्यूटर एप्लीकेशन और कम्प्यूटर साइंस कोर्स कर सकते हैं। आइए इस फील्ड की कुछ शाखाओं की जानकारी लें-
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस:- आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कंप्यूटर साइंस की ही एक शाखा है। इसमें ऐसी मशीनें तैयार की जाती हैं। जो मानव की तरह काम करती हैं। ये इंटेलीजेंट मशीनें लर्निंग, स्पीच, प्राब्लम साल्विंग और प्लानिंग आदि कार्यों को अच्छी तरह से करती हैं। सिरी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का श्रेष्ठ उदाहरण है। यदि आप आर्टिफिशल इंटेलिजेंस में करियर बनाना चाहते हैं तो मैथ, साइकॉलाजी और साइंस (फीजिक्स व बायॉलजी) पढ़ना चाहिए। इसके अतिरिक्त कुछ बुनियादी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना भी लाभदायक रहेगा।
यह कोर्स करने के लिए आई.आई.टी. बॉम्बे व मद्रास, आई. एस. आई. कोलकाता, यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद और आई.आई.एस.सी. बेंगलुरु अच्छे आप्शन्स हैं। यहाँ से आप जो कोर्स कर सकते हैं उनके नाम है:- रोबॉटिक कंप्यूटर साइंटिस्ट, गेम प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर इंजिनियर साइंटिस्ट ।
साइबर सिक्यॉरिटी कोर्स डीटेल:- इंटरनेट और टेक्नॉलजी ने जहां हमारे जीवन में क्रांति ला दी है वहीं इसके कुछ खतरे भी सामने आए हैं। कंप्यूटरों को हैक करने यानी आपके सिस्टम की जानकारी किसी और की पहुंच में होने के मामले बढ़े हैं। इससे न सिर्फ किसी खास व्यक्ति या कंपनी को खतरा है बल्कि देश कोभी खतरा है। अत: आज के समय में सरकार और संगठन साइबर सिक्यॉरिटी को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और इस फील्ड के पेशेवर की काफी मांग है। इस फील्ड में करिअर बनाने के लिए साइबर सिक्यॉरिटी और फारेंसिक्स में स्पेशलाइजेशन के साथ कंप्यूटर साइंस और इंजिनियरिंग में बी. टेक. से भी काफी सहायता मिल सकती है। इस फील्ड के कुछ कोर्स इस प्रकार है। जो आप कर सकते हैं:-इन्फर्मेशन सिक्यॉरिटी ऐनालिस्ट, सिक्यॉरिटी ऐडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर डिवेलपर, साइबर पॉलिसी ऐनालिस्ट आदि ।
नैनोटेक्नॉलजी:- नैनोटेक्नॉलजी छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय होने वाला एक फील्ड है। वास्तव में इसमें सूक्ष्म चीजों का अध्ययन किया जाता है। फूड ऐंड बेवरेज, ऐग्रिकल्चर, बायॉटेक्नॉलजी, स्पेस रिसर्च, मेडिसिन आदि की फील्ड्स में नैनोटेक्नॉलजी आकर्षक अवसर उपलब्ध कराती है।
• क्लाउड कंप्यूटिंग:- क्लाउड कंप्यूटिंग ऐसी तकनीक है जो हमें इंटरनेट पर आभासी संसाधनों को उपलब्ध कराती है। जिन छात्रों के पास कंप्यूटर साइंस, इंजिनियरिंग वगैरह में डिग्री है वे आसानी से इस फील्ड में करिअर बना सकते हैं। वैसे क्लाउड कंप्यूटिंग सर्टिफिकेशन लेने के बाद इस फील्ड में प्रवेश करना ■ सबसे अच्छा तरीका है। इस फील्ड के कुछ कोर्स इस प्रकार है जो . आप कर सकते हैं:- सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, आईटी आर्किटेक्ट, - टेक्निकल कंसल्टेंट, क्लाउड सॉफ्टवेयर इंजिनियर ।
ग्राफिक्स डिजाइनिंग:- ग्राफिक डिजाइनिंग बहुत ही व्यापक और रोचक फील्ड है। ग्राफिक डिजाइनर का काम प्रोग्राम को अट्रैक्टिव बनाना है। ग्राफिक डिजाइन वह आर्ट है जिसमें टेक्स्ट और ग्राफिक के द्वारा किसी मेसेज को लोगों तक इफेक्टिव ढंग से पहुंचाया जाता है। यह मेसेज ग्राफिक्स, लोगो, ब्रोशर, न्यूज लेटर, पोस्टर या फिर किसी भी रूप में हो सकता है। आप इस फील्ड में सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्सेज या बैचलर्स, मास्टर और डॉक्टरेट की डिग्री ले सकते हैं। इन स्थानों से आप यह कोर्स कर सकते हैं:- नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन (नई) दिल्ली), आई.आई.टी. (कानपुर), आई.आई.टी. (बाम्बे), एम.आई.टी. इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन (पुणे), सिंबायॉसिस इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन (पुणे), वैगान एवं लेह कॉलेज (नई दिल्ली) आदि।
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